
Cholesterol Test | LIPID Profile Test Explained in Hindi

कोलेस्ट्रॉल टेस्ट या लिपिड प्रोफाइल क्या है? । Cholesterol Test in Hindi | LIPID Profile Explained in Hindi
कम्पलीट कोलेस्ट्रॉल परीक्षण जिसे लिपिड पैनल या लिपिड प्रोफाइल भी कहा जाता है। यह एक रक्त परीक्षण है जो आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को मापता है। कोलेस्ट्रॉल टेस्ट धमनियों में सजीले टुकड़े के निर्माण के आपके जोखिम को निर्धारित करने में मदद कर सकता है जो शरीर में धमनियों को अवरुद्ध कर सकता है। हालांकि उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर अक्सर कोरोनरी धमनी की बीमारी, हृदय रोग, स्ट्रोक का जोखिम बढ़ा देता हैं। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल हाई होने पर कोई लक्षण या संकेत सटीक नजर नहीं आते है, ऐसे में कोलेस्ट्रॉल परीक्षण करवाना आवश्यक होता है। चलिए आज के लेख में आपको कोलेस्ट्रॉल टेस्ट के बारे में विस्तार से बताएंगे।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट या लिपिड प्रोफाइल क्यों किया जाता हैं ? (What are the Purpose of Cholesterol Test in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट निम्न स्तिथियो में करवाने की सलाह दी जाती हैं।
- यदि आप उच्च रक्तचाप हो।
- मधुमेह प्रकार 2 पीड़ित है। (और पढ़े – डायबिटीज के घरेलु उपचार)
- शराब का सेवन करते है।
- अतिरिक्त वजन या मोटापा से ग्रस्त है।
- शारीरिक गतिविधि का अभाव।
- निष्क्रिय जीवनशैली हो।
- धूम्रपान या सिगरेट पीते है।
- हृदय रोग अनुवांशिक हो।
- किडनी रोग, अंडाशय सिंड्रोम से पीड़ित है। (और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल क्या होता हैं)
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट से पहले की तैयारी ? (Prepare Before Cholesterol Test in Hindi)
यदि कम्पलीट कोलेस्ट्रॉल टेस्ट करवा रहे है तो चिकिस्तक व्यक्ति को टेस्ट के 9 से 12 घंटे पहले कुछ भी खाने या पीने को मना करते है। हालांकि, केवल HDL या कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवानी है तो जांच से पहले खा सकते है। कुछ ऐसे भी मामले है जिनमे जांच के पहले खा – पीते से सकते हैं।
जांच के पहले अपने चिकिस्तक को इन सब के बारे में जरूर बताना चाहिए।
- यदि किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या के लक्षण का अनुभव कर रहे है।
- आपका हृदय संबंधित पारिवारिक इतिहास रहा हो।
- आप किसी तरह की दवाओं का सेवन अधिक करते है।
यदि जांच के पहले किसी तरह के दवा का सेवन या गर्भनिरोधक गोली का सेवन न करने की सलाह देते है। ऐस इसलिए जांच के परिणाम पर प्रभाव पड़ सकता है।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कैसे किया जाता हैं ? (What are the Procedure of Cholesterol Test in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट अधिकतर सुबह के समय किया जाता है क्योंकि खली पेट करना होता है। टेस्ट के दौरान व्यक्ति के शरीर से रक्त का नमूना लिया जाता है। इस जांच प्रक्रिया में कुछ ही मिनट का समय लगता है। हालांकि जिस जगह सुई लगाकर रक्त लिया गया है वहा पर हल्का सूजन या दर्द महसूस हो सकता है जो कुछ ही देर के लिए होता है।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट के बाद क्या जोखिम आ सकते हैं ? (What are the Risks of Cholesterol Test in Hindi)
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट होने के बाद बहुत कम जोखिम होता है। आपको उस स्थान पर हल्का दर्द या चोट लग सकती है जहां सुई लगाई गई है। हालांकि कुछ मामलो लक्षण नजर आते है, लेकिन जल्दी से चले जाते हैं। इसके अलावा कुछ दुर्लभ स्तिथि में संक्रमण का जोखिम हो सकता हैं।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट के परिणाम क्या आ सकते हैं ? (What do Results of Cholesterol Test mean in Hindi)
आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल को रक्त के प्रति डेसीलीटर (डीएल) कोलेस्ट्रॉल (मिलीग्राम) में मापा जाता है। विभिन्न प्रकार से कोलेस्ट्रॉल के परिणाम को वर्गीकृत किए गए हैं।
वयस्कों में –
- यदि कोलेस्ट्रॉल कम से कम 200mg मिलीग्राम / dL डीएल या कम मात्रा में है तो अच्छा माना जाता है।
- यदि कोलेस्ट्रॉल 200 से 239 मिलीग्राम / डीएल के बिच की मात्रा में है तो हृदय पर खतरा बन सकता है।
- यदि कोलेस्ट्रॉल 240mg / डीएल से उच्च मात्रा में होने से व्यक्ति को हृदय रोग का अधिक खतरा होता हैं।
एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल स्तर में –
- यदि एलडीएल कम से कम 100 मिलीग्राम / डीएल है तो अच्छा है।
- एलडीएल 100-129 मिलीग्राम / डीएल के पास है तो सामान्य हो सकता है।
- एलडीएल130-159 मिलीग्राम / डीएल की मात्रा के मध्य होने से सामान्य जोखिम रहता है।
- एलडीएल160-189 मिलीग्राम / डीएल की मात्रा अधिक होने से अधिक खतरा रहता है।
- एलडीएल190 मिलीग्राम / डीएल और बहुत अधिक मात्रा में होता है तो बहुत अधिक खतरा रहता है।
एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल स्तर –
- यदि दिल की बीमारी के खिलाफ 60 मिलीग्राम / डीएल और उच्चतर माना जाता है।
- एचडीएल 40-59 मिलीग्राम / डीएल की मात्रा अधिक है तो अच्छा होता है।
- एचडीएल 40 मिलीग्राम से कम / डीएल की मात्रा कम है तो हृदय रोग के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक हो सकता है।
हालांकि कोलेस्ट्रॉल के स्तर व्यक्ति के स्वास्थ्य, आयु, जीवनशैली व पारिवारिक इतिहास व अन्य जोखिम कारक पर निर्भर करता है। सामान्यतौर पर कम एलडीएल स्तर और उच्च एचडीएल कोलेस्ट्रॉल स्तर हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। ट्राइग्लिसराइड्स के उच्च स्तर से व्यक्ति को हृदय रोग का खतरा भी हो सकता है। यदि कोलेस्ट्रॉल के परिणाम सही नहीं आते है तो अन्य जांच या सीधे दोनों कोलेस्ट्रॉल की जांच कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए चिकिस्तक से बात करें।